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Monday, 20 April 2015

Leader of Ansarullah Sayed Abdul Malik Al Houthi delivers a speech



  • अब्दुल मालिक हौसी ने अपना खिताब यमनी लोगो के ज़बरदस्त मुकाबले और रेजिस्टेंस की तारीफ से शुरू किया और हमला करने वाले अरब गिरोह की तम्बीह की।

  • हौसी लीडर ने उन देशो का भी शुक्रिया अदा किया जो इस मुश्किल घडी में यमन के साथ खड़े है

  • अमेरिका इस हमले के पीछे का असली खिलाडी है, जो अवाम और लोगो को मार रहा है।  सऊदी तो बस सामने खड़े रहने वाला छोटा सा पिद्दू है।

  • सऊदी हमले के पहले यमन में दोनों गिरोह डायलॉग कर रहे थे, और मसले का हल तलाश किया जा रहा था। ये सब UN के निगरानी में हो रहा था।  और यही हमारा अहम और पहला रास्ता रहा है।

  • जो भी इस हमले की हिमायत कर रहा है, उसमे और इसरायली नेतन्याहू में कोई फर्क नहीं।

  • ये हमला सऊदी सरकार की अंधी नफरत और ज़ालिमाना फ़िक्र को दिखता है। यह हमला यमन पर नाजायज़ और नापाक हमला है।

  • अनसरल्लाह और हमारे दूसरे साथी बातचीत के लिए हमेशा तैयार रहे है और हाथ मिलाने के लिए आमादा है।

  • सऊदी अरबिया चाहता है की हम यमन की सरकार और दीगर हिस्सों से दूर हो जाए, ताकि अल-क़ायदा अंदर दाखिल  हो कर यमन को  खोकला कर सके।

  • सऊदी ने बातचीत के रास्ते को बंद करने के लिए मक़ामी लोगो का सहारा लिया, ताकि वे हमला कर सके।

  • अगर अल-क़ायदा को खुला छोड़ दिया जाए तो वे पुरे यमन को अपनी चपेट में ले सकते है। और उसका खामियाज़ा यमनी जनता को भुगतना पड़ेंगा।

  • सऊदी सरकार ने अल-क़ायदा को खुली छूट दे कर यमन का मुकल्ला नामी इलाक़ा उनके कंट्रोल में दे दिया और उनकी मदद के लिए उन्हें हवाई जहाज़ों के ज़रिये हथियार भी मुहैय्या कराए।

  • साउथ यमन में ये किसी भी गिरोह के लिए अक़्ल में आने वाली चीज़ नहीं है की वे अल-क़ायदा के साथ जुड़ जाए

  • सऊदी अरब के इस हमले से सबसे ज़्यादा फायदा जिसने उठाया वो है इजराइल और अमेरिका; ये बात सबके सामने है।

  • सऊदी कभी नहीं चाहेगा की यमन कभी आज़ाद और मज़बूत हो। और उसी तरह ये भी नहीं चाहेगा की यमनी अवाम अम्न और चैन से ज़िन्दगी गुज़ार सके।

  • यमन के लोगो के इस क़ायम से, ख़ुसूसन हौसी क़ायम से, ईरानी दबदबे का कोई लेनदेन नहीं है। ईरान एक बहोत बड़ा इस्लामी निज़ाम है। और सऊदी के खुद अपने मफाद है।

  • फिलिस्तीन गवाह है कि मज़लूमो की हिमायत में यूनाइटेड नेशंस ने कभी कोई किरदार नहीं निभाया।

  • इसलिए इस हमले को किसी भी तरह का हक़ या जवाज़ हासिल नहीं है। ना यूनाइटेड नेशंस की जानिब से क़बूल है न किसी और वर्ल्ड पावर की जानिब से।

  • अल्लाह फ़रमाता है: अगर कोई तुम पर हमला करे, तो तुम भी उसपर उतनी ही तेज़ी से हमला करो।

  • यमनी जनता नहीं झुकेंगी। हम अल्लाह पर भरोसा करते है और मज़बूत अक़ीदा रखते है। जबकि बाक़ी लोग अमेरिका के भरोसे जी रहे है।

  • ये हमारा हक़ है की हम अपने देश और लोगो की इस हमले के मुकाबले में दिफ़ा करे, जब तक ये हमले जारी है, हम किसी भी तरह  यह मुहीम जारी रखेंगे।

  • मै यमनी जनता से गुज़ारिश करूँगा की वो सब्र और इस्तेक़ामत से काम ले, और बेशक अल्लाह सब्र करने वालो के साथ है

  • कोई भी सियासी गिरोह अगर ये सोच रहा है की वह इस सऊदी हमले से कुछ फायदे उठा पाएगे, तो वह गलती कर रहे है। वही लोग हारने वालो में से होगे।

  • मै यमनी अवाम से कहना चाहूंगा की हम हर उस ताक़त से बढ़कर है जो हमारे खिलाफ लड़ना चाहती है। इंशाल्लाह हमें ही ग़ैबी मदद से जल्द ही जीत नसीब होगी।

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