ISIS कौन है? किसने इन्हे बनाया?
एक दोस्त ने मुझ से सवाल
किया; “आतंकवादी ISIS ग्रुप कब और कहा से शुरू हुआ?”
अमरीका, इजराइल, सऊदी अरबिया,
क़तर और तुर्की ने मिल कर सीरिया में ISIS को बनाया ताकि यह लोग फिदायीन तरीके से हिजबुल्लाह
से लढाई करे और उसे ख़त्म कर दे. हिजबुल्लाह के जंगजू के जंगी कारनामे पूरी दुनिया
में मशहूर है और इस्लाम मुख्लिफ ताक़तों के पास इसका कोई तोड़ मौजूद नहीं है. हिजबुल्लाह
ने सीरिया के मामले में दखल देते हुए सीरियन हुकूमत की मदद की थी. जिन मुल्को ने
ISIS को बनाया था उनका मकसद था की हिजबुल्लाह ख़त्म हो जाए ताकि सीरिया से असद की
हुकूमत का सफाया किया जा सके.
ISIS को पूर्व इराकी
राष्ट्रपती सद्दाम हुसैन के आर्मी के ऑफिसर्स और सीरिया और इराक के उन कबीलाई लोगो
को ले कर बनाया गया है जिन्हें अमेरीका ने 2012 में जॉर्डन में ट्रेनिंग दी थी. इस
तरह इन लोगो ने पूरी दुनिया से कट्टर तकफिरी सोच रखने वालो को अपनी तरफ आकर्षित
किया. खास तौर से उन लोगो को जिनकी कट्टर सोच की वजह से अल-काएदा जैसे गिरोह ने भी
उन्हें अपने यहाँ से बाहर कर दिया था.
ISIS अमेरीका, तुर्की और
सऊदी की मदद से ताक़त में बहोत आगे बढ़ गया और सीरिया का अच्छा खासा इलाक़ा अपने
कब्ज़े में कर लिया. इसके बाद ISIS ने इराकी सुन्नी क़बीलो की मदद से इराक पर हमला
किया और सीरिया की तरह उत्तरी इराक के भी बहोत बड़े इलाके को अपने कब्ज़े में कर
लिया. बाद में ISIS में और सुन्नी क़बीलो में मतभेद हुआ जिसकी वजह से क़बीलो ने ISIS
का साथ छोड़ने का फैसला किया, लेकिन ISIS ने बहोत से क़बीलो को जान ले ली.
आज ISIS एक कट्टर और घिनौनी
किस्म की वहाबी सलफी सोच का जीता जागता नमूना है. यह लोग खून के प्यासे है, बेहिस
है, बेरहम है, चालक और जानवर है.
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